Who Will Cry When You Die by Robin Sharma Book Summary |
कोण रोएगा आपके मौत के बाद
1 DISCOVER YOURE CALLING अपने अंदर की चमक कों जाने
जब मैं बड़ा हो रहा था; तो पिताजी ने मुझे एक बात बोली जो मैं कभी नहीं भूल सकता बेटे तूने जब जन्म लिया तब दुनिया हस रही थी और तुम रो रहे थे |
तुम अपनी जिंदगी में कुछ ऐसा कर जाओ जब तुम मरोगे तब दुनिया रोए तुम हंसते हुए विदा हो हम किसी भी इंसान को चांद पर भेज सकते हैं पर किसी पड़ोसी से जाकर बात नहीं कर सकते है हम मिसाइल को दुनिया के किसी भी कोने में छोड़ सकते हैं ।
पर हम अपने को अपने बच्चे के साथ लैबरी नहीं जा सकते ।आजकल हमारे पास mobile email मोबाइल इमेज और और भी contact कांटेक्ट के साधन है फिर भी हम ज्यादातर लोगों से जुड़े connect हुए नहीं है ।
हम अपने उद्देश Aim से भी जुड़े नहीं है और इंसानियत से भी जुड़े नहीं है ।जब हमारी जिंदगी से धीरे-धीरे दिन ढलते हैं। बाद में सप्ताह बाद में महीने और बाद में साल ढल जाते हैं और इसी तरह से जिंदगी भी ढल जाती है। बेनोर्ल्नाड शॉआ नामक इंसान से मरते हो तो पूछा गया था ।
कि आप को फिर से जिंदगी दी जाए तो आप कैसे जाओगे तो उन्होंने कहा मैं अपनी जिंदगी उस तरीके से दूंगा जिस तरह से मैं जी सकता था पर जी नहीं पाया । मेरा जवाब है कि आप अपने अंदर के पोटेंशियल को पहचाने मुझे विश्वास है कि हर कोई अलग टैलेंट के साथ जन्म लेता है। महात्मा गांधी कहते हैं जो बदलाव आप दुनिया में लाना चाहते हो पहले अपने आप में लाओ।
2 Practice to tough love कठिन प्रेम का अभ्यास करें
कठिन प्रेम इसका मतलब रॉबिन शर्मा कहते हैं । हमें अपने जीवन में (Discipline)अनुशासन को लागू करना चाहिए। क्योंकि इसी को तो हम कटिंग प्रेम कह सकते हैं। जैसे किसी प्रवाह मैं बह जाने से अच्छा है। कुछ अनुशासन को लागू कर लो। जो इंसान अपने जीवन में (Successfully)सफलतापूर्वक जीना चाहता है वह अपनी जिंदगी आसानी से नहीं जिएगा ।आसानी से जीना वह पसंद नहीं करेगा ।
3 Maintain your perspective अपना नजरिया बनाए रखें
दो बुजुर्ग इंसान एक अस्पताल में भर्ती थे एक को पीठ में दर्द था और दूसरे बुजुर्ग इंसान को सांसे लेने में तकलीफ थी दोनों एक ही कमरे में थे|
एक बुड्ढे को पीठ में तकलीफ के कारण वह उठ कर बैठ नहीं सकता था वह दूसरे बुड्ढे को बोला तुम्हारा अच्छा है तुम खिड़की के बाहर देख सकते हो खिड़की के बाहर क्या नजारा है।
यह बुड्ढा बताने लग गया । जिसे सास लेने में तकलीफ थी ।वह बोलता है खिड़की के बाहर बाग है । एक तालाब है जिसमें कमल के फूल खिले हैं यह सुनकर जिस बुजुर्ग के पीठ में दर्द था ।
वह दूसरे बुजुर्ग पर जलन करने लगा । कुछ दिन बाद खिड़की के पास बैठा बुड्ढा मर गया । बाद में पीठ में दर्द होने वाले बुजुर्ग को खिड़की के पास भेजा गया । उसके बाद उस इंसान ने बाहर देखा । तो वहां पर एक बड़ी सी दीवार थी। तो उस बुजुर्ग इंसान को पता चला कि दूसरा बुजुर्ग इंसान उसको झूठ बोल रहा था ।क्योंकि उसे खुशी मिल सके ।
4 Learn to say no ना कहना सीखें
आपको हर बार हां बोलना आसान होता । जब आपके जीवन में (Prioritise) प्राथमिकता ना हो। रोबिन शर्मा अपनी किताब(The Monk Who Sold His Ferrari) में प्राथमिकता के बारे में बात की है चीनी एक महाराज के लिए तलवार बनाने वाले इंसान की कहानी बताते हैं । एक दिन महाराज उस बुड्ढे से पूछते हैं कि तुम इतने बुड्ढे हो गए हो फिर भी तलवार बनाते समय एक भी गलती नहीं करतेमैं अपनी 21 साल की उम्र से तलवार बना रहा हूं मेरे जीवन का उद्देश सिर्फ तलवार बनाना है मैं अपनी सारी ऊर्जा बचा कर रखता हूं ताकि मैं तलवार बना सकूं जो लोग अपने काम में माहिर होते हैं वह अपने काम को पूरे एकाग्रता के साथ करते हैं ताकि वह अपने काम को प्राथमिकता दे सके
6 Schedule worry breaks चिंता को योजनाबद्ध करो
जो हमारे हाथ में है । हमें उसकी चिंता नहीं करनी । क्योंकि जो हमारे हाथ में है उसे हम आसानी से कर लेंगे।जो हमारे हाथ में नहीं है उसकी भी चिंता हमें नहीं करनी क्योंकि वह हमारे हाथ में नहीं है।
क्यों ना हम चिंता को एक उचित समय दे ताकि हम अपना समय बचा सके। इससे हमें साहयता मिले। इसी के चलते हम योजना को बना के अपने समय को चिंता के लिए दे उससे हमें अच्छा लग सकता है।
कुछ चीजे हमारे वंश में होती है। कुछ चीजे नहीं होती, तो हम उसके लिए अपना समय बर्बाद नहीं कर सकते।
मुझे लगता है की हमें अपने दिमागी शक्ति पर काम करना चाहिए। उसके कारन हमें सफलता अच्छे से मिल सकती है|
हमारे आर्टिकल के बारे आपकी राय हमें अवश्य बताये ।
No comments:
Post a Comment